संज्ञा के प्रकारों का उदाहरण सहित परिचय
इस लेख में हम जानेंगे कि संज्ञा कितने प्रकार की होती और उन्हें उदाहरणों के माध्यम से समझने का प्रयास करेंगे। आइये देखते है संज्ञा कितने प्रकार की है , संज्ञा पांच प्रकार की होती है इन सभी प्रकरो को समझने के प्रयास करेंगे।
संज्ञा के प्रकरो का वर्णन उदाहरण सहित
व्यक्तिवाचक संज्ञा - व्यक्तिवाचक संज्ञा वह संज्ञा होती है, जिन शब्दों से किसी विशेष वस्तु, स्थान या व्यक्ति के होने का ज्ञान कराए उसे व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे -
- राम दिल्ली जा रहा है.
- भारत का नाम हिंदुस्तान है.
- महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर को हुआ.
जातिवाचक संज्ञा - जातिवाचक संज्ञा वह संज्ञा होती है, जिन शब्दों से किसी एक जाति के अनेक मनुष्यों , वस्तुओं का होने का ज्ञान हो उसे हम जातिवाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे -
- राम कार चला रहा है.
- मोहन टीवी देख रहा है.
- हम कल पहाड़ पर चढ़ेंगे.
समूहवाचक संज्ञा - समूहवाचक संज्ञा वह संज्ञा होती हैं, जिन शब्दो से किसी के समूह या समुदाय का होने का ज्ञान हो उसे समूहवाचक संज्ञा कहते हैं। इसे समुदायवाचक संज्ञा भी कहा जाता है।
जैसे -
- यहाँ पर कुछ विद्यार्थियों का समूह खेल रहा है.
- वहाँ भीड़ लगी हुई है.
- कुछ बच्चे बड़े होकर सेना में जाना चाहते है.
द्रव्यवाचक संज्ञा - द्रव्यवाचक संज्ञा वह संज्ञा होती हैं, जिन संज्ञा शब्दो से किसी द्रव्य पदार्थ या धातु का ज्ञान हो उसे द्रव्यवाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे -
- रमेश चाँदी के बर्तन में खाना खा रहा है.
- रामु दही, चावल खा रहा है.
- यह स्टील से बना हुआ है.
- ये लकड़ी का बना हुआ है.
भाववाचक संज्ञा - भाववाचक संज्ञा वह संज्ञा होती हैं, जिस संज्ञा शब्द से किसी के गुण, दोष, दशा, स्वाभाव , भाव आदि का बोध हो वहाँ पर भाववाचक संज्ञा कहते हैं।
जैसे -
- चीनी बहुत मीठी है.
- नीबू खट्टा है.
- यहाँ बहुत हरियाली है.
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