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पुस्तकालय किस प्रकार का समास है

इस लेख में हम जानेंगे कि पुस्तकालय किस प्रकार का समास है और उसका विग्रह करंगे तो आइए जाने कि पुस्तकालय किस प्रकार का समास है. पुस्तकालय -   यह तत्पुरुष समास हैं । आइए इसका विग्रह करके देखते हैं। पुस्तकालय -   पुस्तको के लिए आलय पुस्तकालय  -  पुस्तकों के लिए आलय ( तत्पुरुष समास ) आज हम जानेंगे परीक्षाओं में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्नों पर चर्चा करेंगे। कि यह किस प्रकार का समास है, और उसका अर्थ क्या है इस पर चर्चा करेंगे. तो आइए जाने परीक्षाओं में पूछे जाने वाले महत्वपूर्ण प्रश्न समास - विग्रह और यह किस प्रकार का है  राम-कृष्ण - राम और कृष्ण ( द्वन्द्व समास ) पुस्तकालय -  पुस्तक के लिए आलय ( तत्पुरुष समास ) आजीवन – जीवन भर ( अव्ययीभाव समास  ) देशवासी - देश का वासी ( तत्पुरुष समास ) ध्यानमग्न - ध्यान में मग्न  ( तत्पुरुष समास ) गिरिधर -  गोवर्धन पर्वत को उठाने वाला ( बहुब्रीहि समास )   परमेश्वर -   परम है जो ईश्वर( कर्मधारय समास ) विद्याप्रवीण – विद्या में प्रवीण  ( तत्पुरुष समास ) पुरुषसिंह – पुरुषों म...

अलंकार किसे कहते है,ये कितने प्रकार के होते है, उनका उदहारण सहित परिचय

अलंकार - काव्यों की शोभा बढ़ाने वाले वाक्यों अथवा शब्दो को अलंकार कहते हैं। इसका शब्दिक अर्थ होता है आभूषण इससे काव्यों की शोभा बढ़ाई जाती है । इसके बाद हम अब बात आती हैं इनके प्रकारों पर ये कितने प्रकार के होते हैं आइए जानते है। ये दो प्रकार के होते हैं। शब्दालंकार अर्थालंकार अब हम इसके पहले प्रकार यानी शब्दालंकार पर बात करेंगे, शब्दालंकार किसे कहते है ये कितने प्रकार के होते हैं। शब्दालंकार -   शब्दालंकार दो शब्दों से मिलकर बना है ।  ( शब्द + अलंकार ) यानी इसका अर्थ हुआ जो शब्दों के आधार पर काव्य की शोभा बढ़ाए उसे शब्दालंकार कहते हैं। ये तीन प्रकार के होते हैं -  अनुप्रास अलंकार  श्लेष अलंकार  यमक अलंकार अनुप्रास अलंकार -  जहां पर व्यंजनों की बार-बार आवृत्ति के कारण चमत्कार उत्पन्न हो वहां अनुप्रास अलंकार होता है। जैसे -  चारु चंद्र की चंचल किरणें,  खेल रही हैं जल थल में। श्लेष अलंकार -  जहां पर एक ही शब्द के एक से अधिक अर्थ निकले वहां श्लेष अलंकार होता है। जैसे -  रहिमन पानी राखिए, बिन पानी सब सून। पानी गए न ऊबरे मोती मानस चून यमक अ...

समास किसे कहते है, ये कितने प्रकार के होते है, उनका परिचय

समास - दो या दो से अधिक शब्दों से मिलकर बने हुए एक नये और सार्थक शब्द को समास कहते हैं ।  जैसे -  कमलनयन - कमल के समान नयन यथाशक्ति - शक्ति के अनुसार देशाटन - देश में अटन रुपया-पैसा  - रुपया और पैसा समास के प्रकार समास के बाद अब बात आती है उनके प्रकारों पर आइए जानते है  यह कितने प्रकार के होते हैं समास छः के प्रकार के होते हैं।  अव्ययीभाव समास    तत्पुरुष समास    कर्मधारय समास   द्विगु समास     द्वंद्व समास     बहुब्रीहि समास   अव्ययीभाव समास -  जिस समास में पहला पद प्रधान हो और समस्त पद अव्यय का कार्य करें उसे अव्ययीभाव भाव समास कहते हैं। जैसे -  यथाशक्ति  -  शक्ति के अनुसार यथासंभव  -  जैसा संभव हो  यथामती   -  मती के अनुसार  निडर    -  बिना डर के  घर-घर   -  हर घर भर-पेट   -  पेट भर के  तत्पुरुष समास -  जिस समास का दूसरा पद प्रधान होता है और दोनों पदों के बीच प्रथम (कर्ता) तथा अंतिम...